जिस यूपी STF ने प्रदेश के बड़े-बड़े माफियाओं और बदमाशों के संगठित क्राइम को खत्म कर दिया आज उसी यूपी STF के पच्चीस साल पूरे हुए है. हाल ही में हुए असद और अनिल दुजाना एनकाउंटर इसका उदाहरण है. जबकि यूपी STF को माफिया श्रीप्रकाश शुक्ल को पकड़ने के लिए गठित किया गया था.