Nirjala Ekadashi 2023: निर्जला एकादशी व्रत क्यों रखा जाता है |निर्जला एकादशी व्रत क्यों मनाई जाती है

Boldsky 2023-05-30

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Nirjala Ekadashi 2023: निर्जला एकादशी को सभी व्रतों में श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि ये व्रत किसी भी प्रकार के भोजन और पानी के बिना किया जाता है. निर्जला एकादशी साल की चौबीस एकादशियों के तुल्य है. द्वापर युग में भीम ने भी निर्जला एकादशी का व्रत किया था, इस वजह से इसे भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं. इस साल निर्जला एकादशी 31 मई 2023 को है. ये व्रत आत्म संयम सिखाता है. निर्जला एकादशी व्रत में विष्णु जी की पूजा करने से सभी 24 एकादशियों का फल मिलता है, ऐसे में व्रत-पूजा में कोई अवरोध न हो इसलिए आज ही पूजा की सामग्री एकत्रित कर लें. वीडियो देखें और जानें निर्जला एकादशी 2023: निर्जला एकादशी व्रत क्यों रखा जाता है |निर्जला एकादशी व्रत क्यों मनाई जाती है..

Nirjala Ekadashi 2023: Nirjala Ekadashi is considered best among all fasts, because this fast is observed without any kind of food and water. Nirjala Ekadashi is equivalent to twenty four Ekadashis of a year. In Dwapar Yuga, Bhim also observed Nirjala Ekadashi fast, because of this it is also known as Bhimseni Ekadashi. This year Nirjala Ekadashi is on 31 May 2023. This fast teaches self-control. By worshiping Lord Vishnu during Nirjala Ekadashi fast, one gets the results of all 24 Ekadashis, in such a situation, there should be no hindrance in fasting and worship, so collect the material for worship today itself. Know Nirjala Ekadashi 2023: Nirjala Ekadashi Vrat Kyu Rakha Jata Hai | Nirjala Ekadashi Vrat Kyu Manayi Jati Hai..

#NirjalaEkadashiVratKyuRakhaJataHai
~PR.111~ED.119~HT.178~

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