कोटा. हाड़ौती के किसानों की जीवनरेखा मानी जाने वाली चम्बल की नहरों के 600 से 700 करोड़ रुपए के काम सवालों के घेरे में आ गए हैं। सीएडी अधिकारियों की लापरवाही के कारण घटिया निर्माण कर दिया गया है। मामला सरकार तक कई बार पहुंचा लकिन अधिकारी अपनी खाल बचाने के लिए ठेकेदारों पर फौ