अलवर के लोगों से स्वामी विवेकानंद का गहरा लगाव रहा। इसके कारण शिकागो जाने के बाद भी वे अपने शिष्यों से लगातार पत्र व्यवहार करते रहे। स्वामी जी अलवर में प्रथम प्रवास के दौरान करीब 10 दिन अशोका टॉकिज के पीछे मंगलांसर सेना में हैड क्लर्क लाला गोविंद सहाय के निवास पर भी ठहर