शहर में धुलंडी पर गांवशाही गेर निकलने के अगले दिन बादशाह की सवारी कई सालों से निकाली जाती रही है। इसे गुलामी का प्रतीक बताते हुए कुछ लोगों ने एक बैठक में इसे बंद करने का निर्णय किया था। जिसका मंगलवार को शहर में विरोध हुआ। इसके साथ ही धानमंडी में भैरूजी के पाटोत्सव को ले