डीग जिले की कामां विधानसभा अब कांग्रेसियों के बीच अखाड़ा बनी हुई है। यहां इस बार के विधानसभा चुनाव में हार का सामना कर चुकी कांग्रेस की पूर्व मंत्री जाहिदा खान का मंगलवार को गुस्सा उन्हें हराने वाले प्रत्याशी को देख इस कदर फूटा कि पहले उन्होंने भाषण के जरिये उस नेता को भाजपा का एजेंट बता डाला। फिर वह नेता भाषण देने लगा तो उसके हाथ से माइक छीनकर उसे गिरा दिया। ऐसे में उस नेता भी पूर्व मंत्री जाहिदा खान को गिरा दिया। इससे कुछ देर के लिए सभा में हंगामा हो गया। हालांकि बाद में कुछ नेताओं ने विवाद शांत कराया। मामला देश के तीन राज्यों में मंत्री रहे मरहूम चौधरी तैयब हुसैन की बेटी जाहिदा खान से जुड़ा है। उन्होंने इस बार के विधानसभा चुनाव में मेव समुदाय के ही एक युवा निर्दलीय प्रत्याशी मुख्तयार अहमद के कारण मेव वोटों के ध्रुवीकरण की वजह से करारी हार का सामना करना पड़ा था।
हुआ यूं कि कांग्रेस की पूर्व मंत्री जाहिदा खान की ओर से कामां के गांव खेड़ला नोआबाद में सभा तय की गई थी। इसमें विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रहे मुख्तयार अहमद भी पहुंचे। जहां पूर्व मंत्री ने भाषण में मुख्तयार अहमद के लिए टिप्पणी कर दी। बाद में मुख्तयार अहमद से माइक छीना और उसे धक्का दे दिया तो उसने भी पूर्व मंत्री जाहिदा खान को धक्का दे मारा। इससे दोनों ही गिर पड़े। दोनों के बीच जमकर कहासुनी भी हुई। बताते हैं कि मुख्तयार अहमद ने कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस की सदस्यता ली है। वह पूर्व मंत्री जाहिदा खान के सामने कामां विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। उक्त सभा का आयोजन जाहिदा समर्थकों की ओर से किया गया था। मुख्तयार अहमद पिछले कुछ समय से कांग्रेस की लोकसभा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में भी मंच साझा कर रहे हैं।
इसलिए विवाद... क्योंकि जाहिदा मिले थे कम वोट
2023 के विधानसभा चुनाव में कामां सीट पर रोचक मुकाबला हुआ था। जहां अंत तक जाहिदा खान की कांग्रेस की टिकट को लेकर जयपुर व दिल्ली में विरोध हुआ था तो वहीं ऐनवक्त पर उन्हें प्रत्याशी घोषित करते ही निर्दलीय प्रत्याशी मुख्तयार अहमद मैदान में उतर गए थे। इस चुनाव में जाहिदा खान को 58130, मुख्तयार अहमद को 67740 व भाजपा की नौक्षम चौधरी को 78646 मत मिले थे। ऐसे में मेव वोटों का ध्रुवीकरण दो प्रत्याशियों के बीच होने के कारण भाजपा को फायदा मिला था। इससे जाहिदा खान व मुख्तयार के बीच विवाद चला आ रहा है।