महावीर जयंती पर पाली शहर में शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान एक-दो-तीन-चार महावीर की जय-जयकार व बोलो भगवान महावीर की जय… के उद्घोष के बीच चहुं ओर त्रिशलानंदन के जन्म की खुशी छा गई। झूमते जैन समाजबंधुओं…, शोभायात्रा में उमड़े महावीर भक्तों… व प्रभु के स्वागत को आतुर शहरवासियों… की आस्था से ऐसा लगा मानो धर्मनगरी पाली प्रभु वीर की जन्म स्थली कुण्डलग्राम में तब्दील हो गई है।
जैन युवा संगठन की ओर से भगवान महावीर जन्म कल्याण महोत्सव के तहत रविवार सुबह बागर मोहल्ला स्थित श्री संघ सभा भजन से बैण्ड-बाजों की मधुर धुन, जयकारों और प्रभु भक्ति के गीतों के साथ शोभायात्रा रवाना हुई। जिसके कदम दर कदम आगे बढ़ने के साथ ही शहर प्रभु की आस्था के रंग में रंगता चला गया और शोभायात्रा का आकार भी बढ़ता चला गया। शोभायात्रा देरासर गली, गजानन मार्ग, बादशाह का झण्डा, जर्दा बाजार, सर्राफा बाजार, बाइसी बाजार, धानमण्डी, रुई कटला, पुराना बस स्टैण्ड होकर अणुव्रत नगर पहुंचकर विसर्जित हुई। वहां महावीर प्रसादी का आयोजन किया गया।