Sabka Hisab Hoga : जैसे जैसे केजरीवाल की बेल की घड़ी खत्म हो रही है दिल्ली में सियासी पारा उबाल मारने लगा है. एक तरफ दिल्ली के मंत्री केजरीवाल की जमानत की मोहलत बढ़ाए जाने के पीछे उनके हेल्थ इश्यू का हवाला दे रहे हैं तो दूसरी तरफ दिल्ली बीजेपी उनकी पूरी कवायद को ही नौटंकी करार दे रही हैं--कहा जा रहा है जब उन्हें जमानत के दौरान 21 दि्नों की मोहलत दी गई..तब उन्होंने धुआंधार चुनाव प्रचार किया..इंडी गठबंधन के लिए वोट मांगे--यही नहीं जेल में हुए वाक्ये को भी अपने भाषण में शामिल कर खूब जमकर इमोश्नल कार्ड भी आप ने खेला--लेकिन अब विरोधी पूछ रहे हैं जब बीमारी इतनी गंभीर थी तो 21 दिनों की मिली जमानत के दौरान ये महत्वपूर्ण जांच क्यों नहीं करा ली गई. सियासत जरूरी थी या स्वास्थ्य?--विरोधी तो अंदरखाने यहां तक कह रहे हैं कि केजरीवाल को 4 जून का इंतजार है जब इंडी एलायंस की सरकार बन जाएगी तो शायद उन्हे उम्मीद है कि जेल दोबारा न जाना पड़े. ऐसे में सवाल उठता है.