नीलगिरि. तमिलनाडु के अन्नामलै टाइगर रिजर्व में एक नर घायल बाघ को पकडने के बाद उसका इलाज किया और उसे जंगल में छोड़ दिया। तिरुपुर वन प्रभाग के पशु चिकित्सकों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक नर बाघ को वापस जंगल में छोड़ दिया। रिपोर्टों के अनुसार, बाघ की उम्र आठ से नौ वर्ष के बीच है। बाघ अनजाने में अमरावती वन रेंज में एक बकरी के साथ एक पिंजरे में घुस गया था। 24 घंटे के अंतराल के बाद सहायक पशु चिकित्सा सर्जन ई विजयराघवन और सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व के वन पशु चिकित्सा अधिकारी एस सदाशिवम की देखरेख में बाघ को बेहोश कर इलाज किया गया। इलाज के बाद उसे जंगल में छोड दिया गया।