उत्तराखंड बाढ़ त्रास्दी के ग्यारह साल बीत गए, लेकिन बाढ़ त्रास्दी का दर्द भीलवाड़ा व शाहपुरा जिले के चार परिवार अभी भी झेल रहे है। परिवार के सात सदस्य बाढ़ त्रास्दी के दौरान कहां गुम हुए और मौजूदा अस्तित्व क्या है, यह अभी तक किसी को पता नहीं है। शुरूआती सालों में उत्तराखंड के केदारनाथ समेत कई हिस्सों को खंगाल रहे परिजन अब थक हार कर जिन्दगी की दौड़ में रम गए है। लेकिन उन्हें इस बार की पीड़ा जरूर है कि राज्य व केन्द्र सरकार ने हादसे के वक्त जो घोषणाएं की थी, उनमें वह 11 साल बीतने के बावजूद खरा नहीं उतर सकी है।