प्टन अंशुमान पिछले साल 19 जुलाई 2023 को सियाचिन में अपने साथियों को बचाते-बचाते शहीद हो गए। बहादुरी, वीरता और अदम्य साहस के लिए शहीद अंशुमान के परिवार को राष्ट्रपति ने 5 जुलाई को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया। मगर अब उनकी शहादत पर विरासत को लेकर घमासान शुरू हो गया है। इस पूरे विवाद पर शहीद की अंशुमान की मां ने कहा, ‘चक्र मिलने की फीलिंग बहुत अच्छी थी, मगर एक मां का दर्द भी था। एक मैं ही मां नहीं थी वहां, बहुत मां थी। सम्मान तो गर्व की बात है। मेरा बेटा वहां होता तो और गर्व की बात होती।