चेन्नई. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के तमिलनाडु प्रमुख के. आर्मस्ट्रांग की हत्या के एक आरोपी की रविवार को महानगर पुलिस के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी तिरुवेंगडम को आर्मस्ट्रांग की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार बरामद करने के लिए माधवरम के पास एक स्थान पर ले जाया गया था। इस दौरान उसने पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस टीम ने उस पर गोलियां चलाई। तिरुवेंगडम (30), बसपा नेता आर्मस्ट्रांग की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए 11 आरोपियों में से एक था और वह एक कुख्यात अपराधी था। यहां की एक अदालत ने कुछ ही दिन पहले सभी आरोपियों को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
आत्मरक्षा में चलाई पुलिस ने गोली
पुलिस उससे हथियार बरामद कराने के लिए उसे कड़ी सुरक्षा के बीच मनली ले जा रही थी। मनली पहुंचने से पहले पुलिस वाहन को कच्चे रास्ते पर रोकना पड़ा। इस दौरान तिरुवेंगडम पुलिसकर्मियों को धक्का मारकर वहां से भाग गया। पुलिसकर्मियों ने उसे पकडऩे का प्रयास किया लेकिन वह भागने में कामयाब हो गया। पुलिस से बचते हुए वह पूझल थाना क्षेत्र के एक गांव में घुस गया। उसका पीछा करते हुए पुलिस वहां पहुंची तो उसने पुलिसकर्मियों को डराने के लिए नकली बंदूक से गोली चलाने का नाटक किया। पुलिस इंस्पेक्टर ने आत्मरक्षा में तिरुवेंगडम पर गोली चला दी जिससे वह घायल हो गया। उसे तुरंत मेरिडियन अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस संबंध में पूझल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है और प्रथम सूचना रिपोर्ट न्यायिक जांच के लिए भेज दी गई है।
दाहिने कंधे और सीने में लगी गोली
आर्मस्ट्रांग की हत्या के मामले में 11 लोगों को 5 दिन की पुलिस हिरासत में लिया गया है। सेम्बीयम पुलिस जांच कर रही है। मारे गए बदमाश तिरुवेंगडम के शव के दाहिने कंधे और सीने में गोली के निशान पाए गए। इसके बाद पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए स्टेनली सरकारी अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के उच्चाधिकारी घटनास्थल पर गहन जांच कर रहे हैं। इससे पहले पुलिस जांच में पता चला था कि मुठभेड़ में शामिल बदमाश तिरुवेंगडम ने आर्मस्ट्रांग को एक महीने पहले मारने की चेतावनी दी थी। उसके खिलाफ पहले से ही 2 हत्या सहित 5 मामले दर्ज हैं।