बारावरदा. निकटवर्ती ग्राम पंचायत टीला के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में असुविधाओं का अभाव है। ऐेसे में यहां के विद्यार्थियों और ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। इसके साथ ही मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया। जिसमें समस्याओं के समाधान की मांग की गई। ज्ञापन में बताया कि यह विद्यालय सन् 2021 से विद्यालय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत हुआ है। जब से विद्यालय में कई सुविधाओं की कमी हैं। जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही हैं।
ज्ञापन में यह बताई समस्याएं
यहां विद्यालय में विद्यार्थियों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है। जिसमें बालिकाओं को खुले में जाने पर मजबूर हैं।विद्यालय परिसर की चारदीवारी का निर्माण नहीं है। मुख्य दरवाजा भी नहीं है। जिसके कारण विद्यालय में मवेशी विचरण करते हैं। यहां रात को समाजकंटकों का जमावड़ा रहता हे। परिसर में शराब की खाली बोतलें फोड़ी जाती है। विद्यालय में वर्तमान में अध्यापकों की कमी हैं। विद्यालय में वर्तमान में 7 अध्यापक कार्यरत है। जिसमें एक प्रधानाचार्य है तथा एक शारीरिक शिक्षक है। प्रधानाचार्य सहित तृतीय श्रेणी के हैं। एक भी अध्यापक वरिष्ठ व व्याख्याता नहीं है। इसके बावजूद भी विद्यालय में वर्तमान में कक्षा 1 से 12 तक कक्षाएं संचालित है।
मात्र चार कमरें, एक कक्ष में तीन-तीन कक्षाएं
विद्यालय में कमरों की भी कमी हैं। वर्तमान में 4 कमरे ही है। जिसमें एक कमरे में पंचायत कार्यालय संचालित है। एक में खाद्यान्न भी रहता है। जिसके बाद विद्यालय में तीन कमरे ही शेष रहते हैं। हर कमरे में लगभग तीन-तीन कक्षाएं संचालित है। बाकी की कक्षाओं को बाहर पेड़ के नीचे व बरामदें में बैठाकर पढ़ाना पड़ता है। पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है जिसमें गर्मी के समय बच्चों को पानी पीने की लिए बाहर जाना पड़ता है। जिससे ग्रामीणों एवं विद्यार्थियों में रोष है। जिसको लेकर ग्रामीणों ओर विधार्थियों ने जिला कलक्टर को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। इस मौके पर ग्रामीण भीमराज, दूदाराम, धूलचंद, भोलाराम, उदयलाल, देवीलाल, लालूराम, अंबालाल, पूना, रतनलाल आदि मौजूद थे। इस संबंध में कार्यवाहक प्रधानाचार्य जीतमल मीना का कहना हैं कि हमने इस संबंध में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को भी अवगत करा रखा है।
ग्राम पंचायत में भी अनदेखी
ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर ग्राम पंचायत में भी अनदेखी का आलम है। हालात यह है कि कार्यालय को कई दिनों तक नहींं खोला जाता है। जो पिछले कई दिनों से बंद है। इसके अलावा मौके पर ग्राम विकास अधिकारी भी नहीं आते हैं। जिसके कारण ग्रामीणों को आवश्यक कार्यों के लिएउ भटकना पड़ता है। काफी दिनों से कर्मचारी नहीं आते है। इस संबंध में कार्रवाई की मांग की गई। ग्रामीणों ने समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।