कामना को बचाना है, या प्रेम को पाना है? || आचार्य प्रशांत, कबीर सबब पर (2024)

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वीडियो जानकारी: 19.5.2024, संत सरिता , ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
हमन है इश्क मस्ताना, हमन को होशियारी क्या ?
रहें आज़ाद या जग से, हमन दुनिया से यारी क्या ?

जो बिछुड़े हैं पियारे से, भटकते दर-ब-दर फिरते,
हमारा यार है हम में, हमन को इंतजारी क्या ?

खलक सब नाम अपने को, बहुत कर सिर पटकता है,
हमन गुरनाम साँचा है, हमन दुनिया से यारी क्या ?

न पल बिछुड़े पिया हमसे, न हम बिछड़े पियारे से,
उन्हीं से नेह लागी है, हमन को बेकरारी क्या ?

कबीरा इश्क का माता, दुई को दूर कर दिल से,
जो चलना राह नाजुक है, हमन सिर बोझ भारी क्या ?

~ कबीर साहब


~ कामना का संबंध किस से होता है?
~ कामना का केंद्र क्या है?
~ कामना की प्राप्ति और अप्राप्ति में क्या अंतर है?
~ कामना को बचाना है, या प्रेम को पाना है?
~ कामना का विषय किसे नहीं बदल सकता?


संगीत: मिलिंद दाते
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