अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के तत्वावधान में राज्यव्यापी झाड़ू डाउन हड़ताल के चलते स्वर्णनगरी की साफ.-सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हैं तो नालों का ओवरफ्लो गंदला पानी सडक़ों पर बिखर कर पूरे वातावरण को दुर्गंध से भर रहा है। सफाईकर्मियों की भर्ती में वाल्मीकि समाज को शत प्रतिशत अवसर दिए जाने की मांग को लेकर की जा रही हड़ताल के दूसरे दिन ही शहर की हालत खराब होती नजर आ रही है। अंदरूनी शहर की गलियों व मोहल्लों से लेकर मुख्य चौक-चौराहों व सडक़ मार्गों पर दो दिन से बुहारी नहीं किए जाने से कूड़ा करकट फैल गया है। हड़ताल को स्थाई कर्मियों के साथ वाल्मीकि समाज के अस्थाई कर्मियों की तरफ से समर्थन दिए जाने से नगरपरिषद के जिम्मेदार बेबस हो गए हैं।