जानते हो किसके गुलाम हो तुम? || आचार्य प्रशांत (2024)

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वीडियो जानकारी:

प्रसंग:
~ भीतरी श्रम की समस्या क्यों है?
~ अहंकार क्या है?
~ बाहरी श्रम की समस्या का समाधान कैसे हो गया?
~ क्यों आज के आदमी के लिए जिम और स्पोर्ट्स एक बहुत बड़ी जरूरत बन गई हैं?
~ मुल्क जितना विकसित होता है, उसके मेडल स्पोर्ट्स में उतने ज्यादा क्यों होते हैं?
~ क्यों कोई गरीब मुल्क पदक तालिका में ऊपर नहीं दिखता?
~ साम्यवाद अप्रासंगिक क्यों होता चला गया?
~ आराम (leisure) का सदुपयोग कैसे करें?

यदा नाहं तदा मोक्षो यदाहं बन्धनं तदा।
मत्वेति हेलया किञ्चित् मा गृहाण विमुञ्च मा ॥
अष्टावक्र गीता - 8.4

अनुवाद: जब 'मैं' नहीं है, तब मोक्ष है और जब 'मैं' है, तब बंधन है।
यह जानकर जरा भी ज़ोर लगाए बिना, वह मुक्त हो जाता है।

References:
Data | Does economy determine a country's performance at Olympics?: https://www.thehindu.com/data/data-do...

Marx's theory of alienation: https://en.wikipedia.org/wiki/Marx%27...


संगीत: मिलिंद दाते
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