रामदेवरा क्षेत्र के छायण गांव में गुरुवार की रात करंट से युवक की मौत के बाद परिजनों व ग्रामीणों की ओर से दिया जा रहा धरना दूसरे दिन शनिवार को समझाइश के बाद समाप्त हुआ। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया। जानकारी के अनुसार बाड़मेर जिले की शिव तहसील के काशमीर निवासी ओमाराम (33) पुत्र चनणाराम भील छायण प्रथम में एक नलकूप पर काश्तकार के रूप में मजदूरी करता था। गुरुवार की रात पड़ौसी नलकूप की तारबंदी में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आने से वह अचेत होकर गिर गया। उसे पोकरण के राजकीय अस्पताल लाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने रात में शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। शुक्रवार को सुबह परिजनों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण यहां एकत्रित हो गए। उनकी ओर से विभिन्न मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया गया। नलकूप की तारबंदी पर 11 केवी की लाइन से सीधे करंट प्रवाहित करने पर नलकूप मालिक व काश्तकार के विरुद्ध कार्रवाई करने, लापरवाह डिस्कॉम अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने, मुख्यमंत्री सहायता कोष से मुआवजा दिलाने, मृतक के एक परिवारजन को संविदा पर नौकरी दिलाने की मांग की जाने लगी।