धर्म के बारे में मुख्य बात जो हर किसी को जानना आवश्यक है।
जिस प्रणाली और पद्धतियों को अपनाने से (पालन करने और अभ्यास करने से) लोग अच्छी तरह से जीवन जी सकते हैं और अंधविश्वासों से मुक्त हो कर पर्याप्त चेतना वाला एक विकसित बन सकता है, अपने विकास के साथ-साथ अन्य मनुष्यों को भी विकसित होने में मदद कर सकता है, इसे मानव धर्म या मानव उचित धर्म कहा जाता है।
तथाकथित धर्म और रिलिजन के नाम पर भ्रामक प्रणालियाँ जो लोगों को नरक का झूठा डर और काल्पनिक स्वर्ग का झूठा प्रलोभन दिखाती हैं, शासन और शोषण करने के उद्देश्य से लोगों को अंधविश्वास के अंधेरे घेरे में कैद करके विकास के प्राकृतिक पथ से हटाकर विनाश की ओर धकेल देता है वह मनुष्य का धर्म नहीं हो सकता।
मानव धर्म ही 'महाधर्म'