तमाम जागरूकता अभियान के बावजूद पटाखों से होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या साल दर साल बढ़ती ही जा रही है. हादसे का शिकार होने वालों में सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि अनजान राहगीर और बुजुर्ग भी शामिल हैं. इसके अलावा, हेल्थ एक्सपर्ट्स.के मुताबिक पटाखों से निकलने वाले धुएं को सांस के जरिए अंदर लेने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी पहले से मौजूद बीमारियाँ और भी बिगड़ जाती हैं.
Despite education awareness campaigns, the number of postage stamps is increasing year after year. The victims of the accident include not only children but also Ananya Rah, Geer and elderly people.Apart from this, according to health experts, inhaling the smoke emanating from firecrackers worsens pre-existing diseases like asthma, bronchitis and pneumonia.
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