सवाईमाधोपुर. जिले में भले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उड़द की खरीद चालू हो गई हो लेकिन यह प्रचार-प्रसार की कमी व कृषि उपज मण्डी में खरीद केन्द्रों से अधिक भाव मिलने से समर्थन मूल्य पर खरीद केन्द्र किसानों को अपनी ओर नहीं खींच पा रहे है। हालात यह है कि पंजीयन नहीं होने पर अब तक तीनों खरीद केन्द्रों इलेक्ट्रॉनिक कांटे तक नहीं लगे है।
जिले में सवाईमाधोपुर, खण्डार व चौथकाबरवाड़ा में समर्थन मूल्य पर उड़द की खरीद शुरू हो गई है लेकिन किसानों का रूझान नहीं होने से अब तक खरीद केन्द्र सूने पड़े है। उधर, पत्रिका टीम ने सवाईमाधोपुर, खण्डार व चौथकाबरवाड़ा खरीद केन्द्रों के हालातों की पड़ताल की तो तीनों खरीद केन्द्रों पर सूनापन नजर आया।
केवल 5 किसानों का ही पंजीयन
15 अक्टूबर से उड़द खरीद के लिए पंजीयन की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। ऐसे में 15 अक्टूबर से सात नवम्बर तक केवल केवल 5 किसानों ने अब तक खरीद के लिए पंजीयन कराया है। इनमें चौथकाबरवाड़ा में 5 है जबकि खण्डार व सवाईमाधोपुर केन्द्रों पर पंजीयन का आंकड़ा शून्य है। तीनों ही खरीद केन्द्रों पर अब किसानों का पंजीयन न के बराबर है।
सावों के चलते मण्डियों में बेच रहे उड़द
उधर, अब शादी-विवाहों का सीजन शुरू हो गया है। किसानों को इन दिनों पैसो की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में जिले के काश्तकार भी खरीद केन्द्रों पर नहीं पहुंच रहे है और कृषि उपज मण्डियों में उड़द को बेच रहे है। हालांकि इस बार अतिवृष्टि से किसानों की उड़द की अधिकतर फसल खराब हो गई थी। लेकिन फिर भी जिला मुख्यालय पर इन दिनों प्रतिदिन करीब 50 किसान उड़द लेकर पहुंच रहे है। वहीं करीब 500 से अधिक कट््टे की तुलाई हो रही है।
मण्डी में 7800 तक मिल रहे है दाम
सरकार की ओर से इस बार उड़द का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7400 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है, जबकि किसानों को अच्छी गुणवत्ता के उड़द का दाम कृषि उपज मण्डियों में 7800 रुपए प्रति क्विंटल तक मिल रहे है। कृषि उपज मण्डी में गत बुधवार को उड़द के दाम 5100 से 7895 तक रहे थे। ऐसे में किसानों को मण्डियों में अच्छे दाम मिल रहे है। इससे किसानों को मण्डियों में उड़द बेचने को लेकर ज्यादा रूझान है।
खरीद केन्द्रों पर लटका ताला
जिला मुख्यालय पर चकचैनपुरा स्थित अमरूद मण्डी, खण्डार व चौथकाबरवाड़ा में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उड़द की खरीद के लिए की जानी है लेकिन 24 दिन बीतने बावजूद भी समर्थन मूल्य पर अभी केवल एक दाना भी उड़द का नहीं तुल सका है। खरीद केन्द्रों पर ताला लटका है। ऐसे में कृषि मंडी में सूनापन नजर आ रहा है। अभी तक इनमें से भी एक भी किसान कृषि मंडी में उड़द लेकर नहीं पहुंचा है।
इनका कहना है...
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उड़द की खरीद शुरू हो गई है। उड़द का प्रोडक्शन कम होने, बारिश से क्वालिटी का असर सहित कृषि उपज मण्डियों में समर्थन मूल्य से अधिक भाव होने से किसानों का रूझान नहीं है। अब तक केवल चौथकरबवाड़ा में पांच किसानों ने पंजीयन कराया है जबकि सवाईमाधोपुर व खण्डार में पंजीयन शून्य है।
नरेश साहू, तकनीकी सहायक उपरजिस्ट्रार, क्रय-विक्रय सहकारी समिति सवाईमाधोपुर