'रेत कह रही किस्से, जहां मिली कई भाषाएं...।' स्वर्णनगरी में देशी-विदेशी पर्यटक अपनी संस्कृति और भाषा का रंग बिखेर रहे हैं। गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना से लेकर विदेशी पर्यटक तक, सभी यहां की धरोहरों और प्राकृतिक सौंदर्य में खोए हुए हैं। हर बोली, हर जुबान, इस स्वर्ण नगरी की रेत में अपनी अनमोल छाप छोड़ रही है।