चेन्नई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि उसने चेन्नई में 12 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की जमीन को उसके असली दावेदार को वापस किया है। जमीन पर कब्जा करने वालों ने धोखे से बेच दिया था। एजेंसी ने कहा कि चेन्नई पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत यह कार्रवाई की गई। चेन्नई के सईदापेट तालुक में जमीन हड़पने वालों के एक समूह ने "अवैध रूप से" उक्त जमीन पर अतिक्रमण किया था। इसके बाद उन्होंने जाली दस्तावेज बनाकर किसी तीसरे पक्ष को बेच दिया। एजेंसी ने कहा कि उसने मार्च 2017 में धन शोधन विरोधी कानून के तहत इस जमीन को जब्त किया था और इस आदेश की बाद में पीएमएलए के न्यायाधिकरण द्वारा पुष्टि की गई थी। इसके बाद चेन्नई की एक अदालत में मामले में आरोपपत्र दाखिल किया गया। संपत्ति का वर्तमान मूल्य 12.73 करोड़ रुपए है और जमीन के असली दावेदार को सौंप दिया है।