रैणीञ्चपत्रिका. जयपुर में हुए भीषण हादसे के बाद भी ज्वलनशील पदार्थ से भरा लीकेज टैंकर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे पर 28 घंटे तक खड़ा रहा। सोमवार शाम को पहुंची कंपनी की तकनीकी टीम ने टैंकर से ज्वलनशील पदार्थ खाली करने का काम शुरू किया। इसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। पुलिस व एनएचएआई शाम होने तक तकनीकी टीम व टैंकर खाली करने वाली मशीन का इंतजार करते रहे जो, लगभग छह बजे घटनास्थल पर पहुंची। रविवार शाम को दिल्ली की ओर से आया टैंकर एक्सप्रेस वे के चैनेज नंबर 140 पर पलटने के बाद सीधा करने के दौरान लीकेज हो गया था। अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ से भरे टैंकर से ज्वलनशील पदार्थ के दूसरे टैंकर में खाली करने के दौरान वाहन दोनों तरफ की दो-दो लेन में चलते रहे। अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ वाहनों के धुएं से निकलने वाली ङ्क्षचगारी से आग के गोले में परिवर्तित करने के लिए काफी थी।
एएसपी रात तक डटी रहीं : एएसपी प्रियंका रघुवंशी ने बताया कि वे सुबह से रात तक घटना स्थल पर डटी रहीं और सुरक्षा के लिए संपूर्ण जिम्मेदारी निभाते हुए सभी को निर्देश देती रहीं। निजी तकनीकी दक्ष लोगों को भी तैनात किया गया था। जर्जर टैंकर से दूसरे टैंकर में खाली होने का काम सोमवार शाम साढ़े सात बजे शुरू हुआ, जो समाचार लिखे जाने तक खाली नहीं हुआ था। यह भी रही समस्या इस दौरान कार्यवाहक उपखंड अधिकारी मोहकम ङ्क्षसह, रैणी तहसीलदार कैलाश मेहरा, थाना प्रभारी रैणी प्रेमलता वर्मा, हाईवे के अधिकारी गजेन्द्र सिसोदिया सहित राजगढ़, रैणी, गोङ्क्षवदगढ़, बड़ौदामेव थाने का जाप्ता मौजूद रहा।