सर्दी से बचाव के लिए अलाव का लिया सहारा, लोग ऊनी कपड़ों में लिपटे नजर आए
दो दिन से मौसम बदला हुआ है। शुक्रवार को क्षेत्र में बूंदाबांदी के बाद मावठ हुई, जो रबी की फसल के लिए अमृत रूपी है। गेहूं, चना, सरसों, तारामीरा तथा सब्जी की फसल के लिए दिसंबर माह मेंं हो रही मावठ से ङ्क्षसचाई हो गई। किसान धर्मचंद, ईश्वरङ्क्षसह, गणपत ङ्क्षसह, कमलङ्क्षसह, सतीश कुमार, शंभूदयाल का कहना है बारिश फसल के लिए वरदान है। दो दिन पहले भी बूंदाबांदी हुई थी। अब अच्छी बारिश हुई है, जो सभी फसलों के लिए लाभप्रद है। बारिश से जनजीवन भी प्रभावित हुआ। मालाखेड़ा के हल्दीना रोड पर दिन में ही दुकानों की लाइट जलानी पड़ी तथा सडक़ पर भारी पानी को लेकर आवागमन भी बाधित हुआ।
बूंदाबादी देर रात तक चली : खेरली. कस्बा क्षेत्र में दिनभर बादल छाए रहे। ठंडी हवा चलती रही। शाम को शुरू हुई बूंदाबादी देर रात तक चलती रही। बादलों की गर्जना भी होती रही। शीत लहर एवं बूंदाबांदी से बाजार एवं सडक़ें खाली रही। लोगों ने अलाव जलाया। किसानों के चेहरे खिले दिखे। सहायक कृषि अधिकारी डॉ. नरेश पाराशर ने मावठ को फसलों के लिए अमृत के समान बताया। खेरली रेल, समूची, दांतिया, सौंखर, सौंखरी, गालाखेड़ा, पीपलखेड़ा, मंगोलकी, गारू, बदनगढ़ी, नगला माधोपुर आदि गांवों में भी बूंदाबांदी हुई।
मावठ से किसानों के चेहरे खिले: राजगढ़. कस्बे सहित क्षेत्र में शाम को तेज गडगड़़ाहट के साथ तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। दोपहर से शाम तक रुक-रुककर बारिश होती रही। साढ़े पांच बजे गडगड़़ाहट के साथ तेज बारिश होने के बाद हल्की हो गई। किसानों के चेहरे खिल उठे। बारिश को अमृत के समान बताया। गेहूं की फसल में बारिश डीएपी खाद का कार्य करेगी। ज्यादा उत्पादन होगा। राजगढ़ कृषि विस्तार निदेशक विश्राम मीना का कहना है कि मावठ से चना उत्पादन में 40-50 प्रतिशत व सरसों में 50-60 तथा गेहूं की के उत्पादन में 20-30 प्रतिशत तक वृद्धि होने की संभावना हैं।
अकबरपुर. क्षेत्र में दोपहर बाद रिमझिम बरसात से सर्दी बढ़ गई। सुबह से ही बरसात का मौसम हो रहा था। रबी फसल को फायदा मिलेगा।
कठूमर. क्षेत्र में सुबह से बादल छाए रहे। ठंडी हवा ने कंपकपी छुड़ा दी। शाम को जल्दी ही बाजार बंद हो गए। दिन में कोहरा छाया रहा।
बढ़ी ठिठुरन: पिनान. दिनभर काले बादलों ने सूर्यदेव को अपने आगोश में छिपाए रखा। क्षेत्र में अधिकतम तापमान 20 व न्यूनतम 14 डिग्री रहा। बूंदाबांदी से अन्नदाता के चेहरों पर खुशी बनी रही।
सकट. कस्बा सहित आसपास के गांवों में हल्की बारिश हुई। इससे गेहूं, चना व सरसों को फायदा होगा। क्षेत्र में रुक-रुक कर कई बारिश होने से सडक़ें भीग गई।
प्रतापगढ़. कस्बे में सुबह से देर शाम तक बूंदाबांदी का दौर रहा। तापमान में गिरावट हुई। प्रतापगढ़ बाजार बारिश होने से दिनभर सुनसान सा दिखाई दिया।
कोठिनारायणपुर (राजगढ़). क्षेत्र चार दिन से कोहरे के आगोश में है। बूंदाबांदी से सर्दी बढ़ गई। कोठिनारायणपुर चौराहे पर आम दिन के मुकाबले यात्रियों की संख्या कम देखने को मिली। दोपहर में कस्बे का तापमान 10 डिग्री मापा गया। विजिबिलिटी 30 मीटर रही।
मावठ से किसान $खुश : गोलाकाबास. कस्बे सहित क्षेत्र में शाम 5 बजे बरसात व सर्द हवा के चलने से ठिठुरन बढ़ गई। किसान ब्रजमोहन पटेल, पप्पूराम सैनी, भौरेलाल माली, दिलकुश सब्•ाीवाला ने बताया कि मावठ से एक पानी की आपूर्ति ही नहीं, अपितु यूरिया खाद के जितना काम करेगी।