राजसमंद. राजसमंद जिले के ढेलाणा स्थित प्रसिद्ध भैरूनाथ मंदिर में चोरी की वारदात सामने आई है, जिसमें चोरों ने मंदिर की दान पेटी तोड़कर लाखों रुपये की नगदी और आभूषण चुरा लिए। मंदिर की दान पेटी आज ही खोली जानी थी, लेकिन चोरों ने इससे पहले ही अपनी चोरियों को अंजाम दे दिया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर सैकड़ों भक्त पहुंचे और चोरों के खिलाफ रोष व्यक्त किया।
चोरी का विवरण
मंदिर के प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, चोरों ने रात के समय मंदिर में घुसकर दान पेटी तोड़ दी और उसमें रखी नगदी और आभूषण चुराकर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि इस पेटी में 20 लाख रुपये से अधिक की नगदी, भेंट और आभूषण रखे गए थे। भक्तों के अनुसार, आज ही दान पेटी खोलने की योजना थी, लेकिन चोरों ने उससे पहले ही चोरी कर ली। इस घटना ने भक्तों को स्तब्ध और आक्रोशित कर दिया।
मंदिर में पहुंची सैकड़ों भक्तों की भीड़
चोरी की जानकारी मिलते ही सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और घटनास्थल पर आक्रोश व्यक्त किया। भक्तों का कहना था कि इस तरह की घटनाओं से मंदिर की पवित्रता और श्रद्धा को नुकसान होता है। कई भक्तों ने पुलिस से जल्दी से जल्दी चोरों को पकड़े जाने की मांग की है।
पुलिस पहुंची घटनास्थल पर
सूचना मिलने के बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और घटना की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मंदिर के आस-पास के इलाकों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है, ताकि चोरों का पता चल सके। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे जल्द ही चोरों का सुराग लगाने में सफल होंगे और उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे।
ढेलाणा भैरूनाथ मंदिर
ढेलाणा भैरूनाथ मंदिर राजसमंद जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और यहां हर दिन हजारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। यह मंदिर अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्वता के कारण प्रसिद्ध है। ऐसे में इस प्रकार की घटना से यहां आने वाले श्रद्धालुओं में असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया है।
फिलहाल पुलिस जांच जारी
पुलिस ने आश्वस्त किया है कि वे चोरों का पता लगाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। इसके साथ ही, मंदिर प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की बात की है ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।
भक्तों की मांग
मंदिर में हुए इस चोरी कांड के बाद भक्तों ने पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, वे चाहते हैं कि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं फिर से न हों।