सवाईमाधोपुर. आज विश्व साक्षरता दिवस है, मगर साक्षरता दर में आज भी पुरुषों के मुकाबले आधी आबादी काफी पीछे है। केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से भले ही आधी आबादी को पढ़ाने के लिए खूब प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो आधी आबादी पढ़ाई में पुरुषों से अब भी पीछे है। महिलाओं को साक्षर बनाने के लिए प्रयासों के साथ ही जमीनी स्तर पर कार्य करने की जरूरत है।
वर्तमान में जिले की कुल सारक्षरता दर 78 प्रतिशत है। इनमें पुरुषों की साक्षरता दर 86 प्रतिशत है। वहीं महिलाओं की साक्षरता दर केवल 60 प्रतिशत ही है। ऐसे में पुरुषों की बराबरी आने में अब भी महिलाएं 26 प्रतिशत पीछे है। जनजागरुकता के अभाव में आज भी महिलाएं साक्षरता में लगातार पिछड़ती जा रही है।
15 साल में केवल साढ़े 12 प्रतिशत ही वृद्धि
जिले में महिला साक्षरता दर की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते 15 सालों में महिला साक्षरता दर केवल 12.49 प्रतिशत ही बढ़ पाया है। जहां 2011 के अनुसार महिला साक्षरता दर 47.51 प्रतिशत था। वह 15 साल बाद केवल 1.49 प्रतिशत ही बढ़ पाया है और 60 प्रतिशत आंकड़े को छुआ है।
जिले की सारक्षरता दर पर एक नजर...
78 प्रतिशत है वर्तमान में जिले की साक्षरता दर।
-60 प्रतिशत महिलाएं साक्षर हैं जिले में।
-86 प्रतिशत पुरुष साक्षर हैं जिले में।
-65.39 प्रतिशत थी 2011 में जिले की साक्षरता दर।
-81.51 प्रतिशत लोग साक्षर थे 2011 में जिले में।
-47.51 प्रतिशत महिलाएं साक्षर थी 2011 में जिले में।
-2001 में 56.7 प्रतिशत थी जिले की सारक्षरता दर
-75.74 प्रतिशत लोग थे साक्षर
-35.17 प्रतिशत महिलाएं थी साक्षर।
वर्ष 2025-26 में जिले साक्षर का लक्ष्य
ब्लॉक लक्ष्य
बामनवास 9600
बौंली 5900
चौथकाबरवाड़ा 5600
गंगापुरसिटी 11000
खंडार 7800
मलारना डूंगर 6600
सवाईमाधोपुर 9500
कुल 56000
इनका कहना है....
इस बार जिले में 56 हजार महिला-पुरूषों को साक्षर करने का लक्ष्य रखा है। महिला साक्षरता को बढ़ाने के लिए घर-घर विशेष कक्षाएं संचालित की जाएगी। उन्हीं के परिवार में से किसी को स्वयंसेवी शिक्षक नियुक्त किया जाएगा जो आसानी से अपनी परिवार में महिलाओं को शिक्षित कर सकेंगे।
संजय शर्मा, सहायक परियोजना अधिकारी, जिला साक्षरता सवाईमाधोपुर