नए सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को सेना की कमान सौंपने को लेकर सत्ताधारी दल और विरोधियों के बीच तलवार खींच गई है। जहां एक तरफ कांग्रेस और वामपंथी दलों ने इस फैसले का विरोध किया है वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के ही नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने सेना अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर मचे बवाल पर खेद जताते हुए कहा कि सेना को सियासत के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए।