व्यापारिक नगरी में देर से सोने वाले युवा, बुजुर्ग और महिलाओं को घर में रखे 500 या 1000 के नोटों की टेंशन ने जल्दी जगा दिया। सुबह से ही नोट चलाने के तिकड़म सोच लोग घरों से निकल पड़े। पेट्रोल पंप में लाइनें लग गईं। पंप पर छुट्टे न मिलने पर 30 रुपए का पेट्रोल लेकर काम चलाने वाले भी 500 रुपए का पेट्रोल खरीदने में नहीं हिचकिचाए। फल, अंडा, मट्ठा बेचने वालों ने मार्निंग वॉकर के 500 रुपए के नोट को ठेंगा दिखाया। छोटे नोट की कमी के चलते सेहत पसंद मार्निंग वॉकर ने सुबह की खुराक नहीं ली। पार्कों के बाहर ठेलों पर सन्नाटा रहा।