सूरत के एक हीरा कारोबारी का 12 वर्षीय बेटा अब सांसारिक सुखों का त्याग कर उस रास्ते पर चलना शुरू कर दिया है, जिसके बच्चे या बड़े सोच भी नहीं सकते हैं. सचिन की फरारी में घूमने वाला 12 साल का भव्य अब जैन मुनि बन चुका है. संत बनने के इस फैसले पर भव्य शाह का कहना है कि सांसारिक जीवन में कदम-कदम पर, पल-पल पाप होता है. पाप की इस दुनिया से दूर रहने के लिए उन्होंने संत बनने का रास्ता खुद ही चुना है. दिलचस्प बात है कि भव्य कि बड़ी बहन दो साल पहले दिक्षा ले चुकी है, अपने परिवार में भव्य दूसरे ऐसे शख्स हैं जो दीक्षा लेने जा रहे हैं. बता दें कि हीरा कारोबारी दीपेश शाह के परिवार में दो बेटे और एक बेटी है. बेटी प्रियांशी ने चार साल पहले ही 12 साल की उम्र में ही दीक्षा ली थी और अब भव्य ने भी ऐसा ही किया