चुनावी किस्से में आज बात 1985 की। जब टिकट के लिए एक सामान्य कार्यकर्ता बिना कन्फर्म टिकट के ट्रेन में चढ़ गया। जगह नहीं मिली तो अखबार बिछाकर सो गया। दिल्ली पहुंचा तो कई दिग्गजों को पीछे छोड़कर टिकट भी पा गया। बेहद कम संसाधनों के साथ प्रचार किया और चुनाव जीता भी। हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र के चंद्रपुर से विधायक रहे श्याम वानखेड़े की....