भोपाल. 21वें अभिव्यक्ति गरबोत्सव का मंगलवार को अंतिम दिन था। आखिरी दिन अभिव्यक्ति का रंग कुछ भावुक और भीगा सा था। खिले-खिले खूबसूरत चेहरों के बीच कुछ आंखें नम थीं। लोग एक-दूसरे के गले मिले मिल रहे थे, तस्वीरें ले रहे थे। जितना हो सके, उतना इन यादों को सहेजना चाहते थे।