Baikuntha Chaturdashi is considered to be the best date for worship. On the day of Baikunta Chaturdashi, there is a law to worship Lord Vishnu and Mahadev. The scriptures believe that Devuthani woke up from Srihari Yoganidra on the day of Gyaras and on the day of Baikuntha Chaturdashi, Mahadev gave him the crown of the universe. Hence both the gods are worshiped on this day. Worshiping Baikuntha Chaturdashi in the middle of the night brings special results.
बैकुंठ चतुर्दशी को पूजा-उपासना की उत्तम तिथि माना जाता है । बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु और महादेव की पूजा का विधान है । शास्त्रोक्त मान्यता है कि देवउठनी ग्यारस के दिन श्रीहरी योगनिद्रा से जागे थे और बैकुंठ चतुर्दशी के दिन महादेव ने उनको सृष्टि का राजपाठ सौंपा था । इसलिए इस दिन दोनों देवताओं की पूजा की जाती है । बैकुंठ चतुर्दशी की पूजा मध्य रात्रि में करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है ।
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