इंदौर स्थित देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के एक हॉस्टल में छात्रा के वीडियो बनाने के मामले में एनएसयूआई ने मोर्चा संभाल रखा है। हॉस्टल की वॉर्डन को हटाने की मांग कर रहे एनएसयूआई कार्यकर्ता कुलपति के चेंबर के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार से शुरू हुआ एनएसयूआई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का धरना लगातार दूसरे दिन भी जारी है।अब एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने अपनी मांग को मनवाने के लिए भूख हड़ताल शुरू करते हुए जल भी त्याग दिया है। एनएसयूआई कार्यकर्ता इस मामले में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कुलपति से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग भी कर चुके हैं। उनका कहना है कि हॉस्टल की वार्डन और कुलपति दोनों ही महिलाएं हैं लेकिन छात्रा को न्याय दिलाने के बजाय यूनिवर्सिटी अपनी साख बचाने में लगी हुई है। जब तक हॉस्टल की वार्डन को हटाया नहीं जाता है, तब तक उनका धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। एनएसयूआई के धरना प्रदर्शन को देखते हुए पुलिसबल भी यूनिवर्सिटी में डटा हुआ है।वही कुलपति प्रोफेसर रेनू जैन का कहना है कि इस मामले में जांच की जा रही है। 3 सदस्य कमेटी बनाई जा चुकी है, वही चीफ वार्डन डॉ अजय तिवारी को भी जांच कमेटी से बाहर रखा गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि 7 दिसंबर को हॉस्टल में सफाई करने पहुंचे एक कर्मचारी ने बाथरूम में नहा रही छात्रा की तांकझांक की थी,आशंका है कि उसने खिड़की से छात्रा का वीडियो बनाया था। इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज करवाने के बजाय मामले को दबाने का आरोप एनएसयूआई द्वारा लगाया जा रहा है।