मंडी बोर्ड ने व्यापारियों की लाइसेंस फीस बढ़ाने के साथ, लेट फीस में भी बढ़ोत्तरी का फैसला लिया है। नए फैसले के खिलाफ व्यापारियों ने मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। शुक्रवार को मध्य प्रदेश अनाज तिलहन व्यापारी एसोसिएशन के आह्वान पर एक दिवसीय प्रदेश व्यापी बंद का आह्वान किया गया है। एक दिनी सांकेतिक हड़ताल के जरिए व्यापारी अपना आक्रोश जाहिर करेंगे और मंडी बोर्ड से अपना फैसला वापस लेने की अपील करेंगे। दरसअल प्रदेश की सबसे बड़ी अनाज तिलहन मंडी इंदौर में है, छावनी और संयोगितागंज अनाज मंडी में लगभग 5 करोड रुपए का व्यापार प्रतिदिन होता है और प्रदेश भर में लगभग 60 करोड़ से अधिक का व्यापार होता है।ऐसे में व्यापारियों की एक दिनी हड़ताल से मंडी प्रशासन को लगभग 2 करोड रुपए की शुल्क राशि का नुकसान होने की संभावना है। व्यापारियों का कहना है कि व्यापारी कभी भी हड़ताल पर नहीं जाना चाहते लेकिन शासन हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है। सरकार ने लाइसेंस फीस में 5 गुना वृद्धि कर दी है, वही पहले 1 साल के लिए जो लेट फीस लगती थी अब इतनी राशि 1 महीने में वसूली जाएगी।कहा जा रहा है कि व्यापारियों के लाइसेंस फीस वृद्धि करने से सरकार को ज्यादा मुनाफा होगा लेकिन व्यापारी ज्यादा राशि चुकाने की स्थिति में नहीं है। हड़ताल के चलते किसानों को पहले ही सूचित किया जा चुका है कि शुक्रवार को कोई भी किसान अपना माल लेकर मंडी में ना पहुंचे। वही संयोगिता गंज मंडी के सचिव का कहना है कि फिलहाल अनाज की आवक कम है लेकिन यदि व्यापारी हड़ताल करते हैं तो मंडी प्रबंधन को लाखों के शुल्क का नुकसान होगा।