शामली: विश्वास और आस्था दो ऐसे शब्द है, जिनके मायनें एक दूसरे के बिलकुल करीब होते हुये भी जुदा-जुदा हैं, लेकिन विश्वास और आस्था के बीच यदि सेवा का भाव जुड़ जाए, तो यह जनकल्याणकारी सिद्ध होता है. कुछ ऐसी ही आस्था और विश्वास के साथ शामली के एक बाबा जनता की सेवा में जुटे हुए हैं. उनके द्वारा अब तक 200 भंडारे किए जा चुके हैं, जिनमें भूखे और बेसहारा लोग भोजन कर अपने पेट की भूख शांत करते हैं. हजारी बाबा शामली जिले का एक ऐसा नाम है, जिनकी आस्था लोगों को अचंभित कर देती है. खुद को माता के भक्त बताने वाले हजारी बाबा प्रत्येक माह त्रयोदशी के अवसर पर शामली के रेलवे स्टेशन पर विशाल भंडारा करते हैं. माता का नाम लेकर लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा करने का यह उनका कर्म पिछले 12 सालों से चल रहा है. इसके अलावा वें अन्य स्थानों पर भी भंडारे करते रहते हैं. हजारी बाबा अब तक 200 भंडारे कर चुके हैं. इन भंडारों में रेलयात्री तो खाना खाते ही हैं, इसके साथ—साथ भूखे और बेसहारा लोग भी यहां भोजन कर अपने पेट की भूख शांत करते हैं.