सुल्तानपुर. पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका गांधी ने बुधवार को कहा कि मैं बहुत खुश हूं, पिछले पांच सालों में बहुत तेजी से महिला सशक्तिकरण बढ़ा है। इस सशक्तिकरण में हम लोगो ने सुल्तानपुर में सखी केंद्र शुरू किया है। मेनका ने अपने शब्दों से पुलिस की भी पीठ थपथपाई, कहा कि किसी औरत के साथ मारा-मारी, कोई धमकी या बलात्कार चलाए पुलिस भी मदद करती है। हालांकि महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के साथ पुलिस की मदद के दावों की पोल चंद सेकेंड बाद ही फुस हो गई जब मीडिया कर्मी उनसे बताया कि देहात कोतवाली क्षेत्र में पखवारे भर पूर्व एक नाबालिग बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई थी। आज तक पुलिस ने उसमें एक आरोपी को भी गिरफ्तार नही किया। इस पर मेनका गांधी ने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया के मामला उनके संज्ञान में नही है। मैं अभी पूछती हूं। काबिले गौर बात ये है कि रुचि पाठक हत्याकांड में तत्परता दिखाने और महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली सांसद पखवारे भर पूर्व कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग बालिका की रेप के बाद हत्या किए जाने के मामले से अंजान हैं। पंद्रह दिनो में उनके प्रतिनिधि ने रुचि पाठक केस की तरह सांसद को इस मामले का संज्ञान नही दिलाया। न ही कुड़वार थाना क्षेत्र के एक गांव मे नाबालिग बालिका के रेप के बाद भाजपाईयों ने जिस तरह मेनका गांधी को न केवल केस से अवगत कराया था बल्कि पीड़िता से मिलवाने तक अहम भूमिका निभाई थी उस प्रकार कोतवाली देहात केस में किसी एक ने तत्परता दिखाई। यही कारण है के आज जब उनसे मीडिया कर्मी ने सवाल किया कि, देहात कोतवाली क्षेत्र में पखवारे भर पूर्व एक नाबालिग बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई थी