जहां एक तरफ प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार दलितों के हित के लिए लाख प्रयास कर रही है, वहीं पर कानपुर नगर की बिल्हौर तहसील के कानूनगो दलित मिटाओ की तर्ज पर चल रहे हैं। पहले तो दलित परिवार से मोटी रकम मांगी, जब दलित परिवार ने देने से इनकार किया, तब दलित परिवार की महिलाओं से अभद्र व्यवहार किया। विरोध करना दलित परिवार को इतना महंगा पड़ा कि रात्रि के समय पहुंच गए पीड़ित के घर और शुरू कर दी नहर विभाग की जमीन की पैमाइश। जब महिलाओं ने नहर विभाग से जुड़ी जमीन बताई, वह कृषि कार्य के लिए भूमि पट्टा किया गया है, वहीं पर पीड़ित ने ग्राम प्रधान पर रुपए मांगने का आरोप लगाया। आवास के नाम पर तो ग्राम प्रधान कानूनगो कैमरे के सामने भागते नजर आए और रंजिश वर्ष कानूनगो ने कैनाल विभाग की जमीन को दिखा दिया। राजस्व विभाग में पीड़ित परिवार आत्मदाह की प्रदेश सरकार से इजाजत मांग रहा हैं। और कह रहा है कि सारे कागजात होने पर क्यों कानूनगो दलित परिवार पर कहर ढा रहें है। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है ऐसे भ्रष्ट कानूनगो पर कब होगी कानूनी कार्रवाई, कब मिलेगा दलित परिवार को न्याय।