जसवंतनगर: नगर में सुबह 9 बजे से सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर लोगों को राशन मिलना शुरू हुआ। लोगों की भीड़ दुकान के सामने लग गई और पहले राशन लेने की अफरा तफरी मची रही। राशन डीलर ने लोगों की सुरक्षा के लिए न तो गोले बनाए हुए थे और न ही लोगों ने अपनी समझ से एक दूसरे से दूरी बनाई। राशन लेने की होड़ में महिलाएं और बच्चे भी भीड़ का हिस्सा बनते रहे। खाद्य आपूर्ति बरिष्ट लिपिक आरफा बेगम ने बताया कि सभी राशन डीलरों को राशन बांटते समय आपसी दूरी बनाने के लिए गोले बनवाने के निर्देश दिए गए। कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत ईपास से वितरण के समय सोशल डिस्टेंसिंग का अनुसरण किया जाना अनिवार्य हैl प्रत्येक उचित दर दुकान पर सैनिटाइजर/साबुन एवं पानी रखा जाए ताकि हाथ धुलने के उपरांत ही ईपोस का इस्तेमाल हो। लेकिन यहां लागू किए निर्देशो का कोई पालन नही किया गया। राशन वितरण हेतु प्रत्येक उचित दर दुकान हेतु नोडल अधिकारी की नियुक्ति गई थी। उन्होंने समय पर पहुंचना उचित नही समझा। इस वितरण में अंत्योदय कार्ड धारकों, नरेगा श्रमिकों, श्रम विभाग में रजिस्टर्ड श्रमिकों तथा नगर विकास विभाग के दिहाड़ी मजदूरों को निशुल्क राशन वितरण किए जाने का प्रावधान था। लेकिन इन कोटेदारों ने इन लाभार्थियों की एक नही सुनी पैसे अधिक, घटतौली की शिकायतें काफी मिली तो उपजिलाधिकारी ज्योत्स्ना बंधु को कुछ कोटेदारों के यहां पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करना पड़ा और शिकायतों पर कोटेदारों को ईमानदारी से राशन वितरण करने को चेताया। फोटो-एसडीएम राशन लाभार्थियों को समझाती हुई।