"1 अप्रैल 2020 से अर्थव्यवस्था भले ही न बदले लेकिन पूरे देश की बैंकिग व्यवस्था पूरी तरह से बदल जाएगी। 10 सरकारी बैंकों को 4 मजबूत बैंकों में बदला जाएगा। इस विलय के बाद सरकारी बैंकों की संख्या 27 से घटकर 12 रह जाएगी। पंजाब नैशनल बैंक में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का विलय किया जाएगा। इससे पीएनबी देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक तैयार होगा और इसका व्यवसाय 17.95 लाख करोड़ का होगा। केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय किया जाएगा, जिससे चौथा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बनेगा और इसका कारोबार 15.20 लाख करोड़ रुपये का होगा। यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय किया जाएगा, यह देश का पांचवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक तैयार होगा और इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय किया जाएगा। इससे सातवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक बनेगा, जिसका कारोबार 8.08 लाख करोड़ रुपये का होगा। हालांकि 9.3 लाख करोड़ रुपये के कारोबार वाला बैंक ऑफ इंडिया तथा 4.68 लाख करोड़ रुपये के कारोबार वाला सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया पहले की तरह काम करता रहेगा।
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