कोरोना वायरस की वजह से 21 दिनों का लॉकडाउन है। इस कारण से लोगों को इनकम लॉस हो रहा है। वित्त मंत्री ने कल 1.70 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज की घोषणा की और आज आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती कर ईएमआई और घटने का रास्ता साफ कर दिया। लॉकडाउन के बीच देश की इकोनॉमी को बूस्ट देने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. आरबीआई के ने नीतिगत ब्याज दरों में बड़ी कटौती की है। रेपो रेट में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है। इस कटौती के बाद रेपो रेट 5.15 से घटकर 4.45 फीसदी पर आ गई है। सीधी और साफ शब्दों में कहें तो कटौती के इस एलान से लोन की मासिक किस्तें घटेंगी। यह आम आदमी के लिए बड़ी राहत है। यही नहीं आरबीआई ने बैंकों से सलाह दी है कि तीन माह तक ईएमआई पर राहत दें। हालांकि यह सिर्फ आरबीआई की सलाह ही है। यह बैंकों के ऊपर है कि वो ईएमआई पर तीन माह की राहत दें या नहीं। वहीं रिवर्स रेपो रेट 90 बेसिस प्वाइंट घटाकर चार फीसदी कर दिया गया है। आपको बता दें कि बीते दो मौद्रिक समीक्षा बैठक में आरबीआई ने रेपो रेट को लेकर कोई फैसला नहीं लिया था। रेपो रेट कटौती का फायदा होम, कार या अन्य तरह के लोन सहित कई तरह के ईएमआई भरने वाले करोड़ों लोगों को मिलने की उम्मीद है. हालांकि, आरबीआई ने जीडीपी ग्रोथ रेट और महंगाई रेट को लेकर आंकड़े नहीं जारी किए हैं ये पहली बार है जब आरबीआई ने आंकड़े पेश नहीं किए हैं.