सीएए के खिलाफ पूरे देश में विरोध का प्रतीक बना शाहीन बाग कहीं मौत का प्रतीक न बन जाए। शाहीन बाग कहीं श्मशान में ने बदल जाए। कहीं उसका हश्र इटली जैसा न हो। कोरोना वायरस के फैले प्रकोप के बीच जिस तरह से शाहीन बाग में प्रदर्शन जारी है। इसे देखते हुए चिकित्सक यही सवाल उठा रहे हैं। इतना ही नहीं इस दशा को देख चिकित्सक घबराए भी हुए हैं। चिकित्सकों की माने तो प्रदर्शन में लोग अगर इसी तरीके से शरीक होते रहे और किसी भी तरह से यह वायरस शाहीन बाग पहुंचा तो वह दिन दूर नहीं है जब शाहीन बाग श्मशान बन जाएगा।