अशोक वाटिका में सीता से मिलने हनुमान को जब भूख लगी तो वे पेड़ पर लगे फल खाने लगे। फल खाते-खाते वे पेड़ से गिर गए और राक्षस ने उनपर हमला बोल दिया। रावण को जब ये बात पता चली तो उन्होंने हनुमान की पूछ में आग लगा दी। आगे की कहानी जानने के लिए देखें सुंदरकांड का दूसरा भाग।