कोरोना वायरस का इलाज अभी दुनिया में किसी के पास नहीं, लेकिन डॉक्टर्स हार मानने को तैयार नहीं और उपचार के हरसंभव तरीके से इसे हराने में जुटे हैं। खासकर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने इस वायरस से जंग में मेडिकल जगत को कुछ हथियार थमाए हैं। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के बाद अब एसएमएस में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थैरेपी को औपचारिक तौर पर अपना लिया गया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एसएमएस मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा थैरेपी से उपचार का औपचारिक शुभारंभ किया। एसएमएस को आईसीएमआर से 20 क्रिटिकल मरीजों का इस थैरेपी से उपचार करने की अनुमति प्राप्त हुई है। ड्रग कंट्रोलर से भी और अधिक मरीजों के उपचार की अनुमति प्राप्त हुई है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश में प्लाज्मा थैरेपी की ट्रायल प्रारंभ कर सफलता प्राप्त की एवं आईसीएमआर की अनुमति प्राप्त होने के बाद बुधवार से इसकी औपचारिक शुरुआत की गई। उन्होंने कोरोना के उपचार के लिए एसएमएस में किए सफल प्रयोगों के लिए डॉ. भंडारी एवं उनकी पूरी टीम को बधाई दी।