महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान के उस ट्वीट ने एक नई बहस शुरू कर दी है जिसमे उन्होंने मंदिरों में पड़े सोने को सरकार द्वारा निकालने की राय दी है। चौहान के मुताबिक उससे करीब 76 हजार लाख करोड रुपए सरकार को मिल सकते है, जिसका उपयोग सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कर सकती हैं। अब चौहान के इस ट्वीट पर भाजपा के फायर ब्रांड नेता कैलाश विजयवर्गीय ने जवाबी विरोध दर्ज करवाया है। उन्होंने विपक्ष की नेता सोनिया गांधी से सवाल पूछा और कहा कि जिस चर्च की वे पैरवी करती है, जिस मदरसे और मस्जिद की वे बात करती हैं, अजमेर शरीफ की बात है इनके ताले खुलवा दीजिए यहां भी तो बहुत पैसे आते हैं। अभी तक जो भी मानवता का काम हो रहा है उस काम को मंदिर मंदिर के लोग ही कर रहे हैं मंदिर की व्यवस्था ही कर रही है। जबकि अजमेर शरीफ दरगाह में 1 साल में करीब ढाई सौ से तीन सौ करोड़ आते हैं, कभी इनकी पेटियां भी खोली जाए, मंदिर वाले सब कर रहे हैं। महाराष्ट्र में मजदूरों को सड़क पर लाना यह कांग्रेस और सीपीएम से जुड़े लोगों ने किया है। सड़क पर मजदूरों को भड़का के लाने का काम कांग्रेस पार्टी और सीपीएम ने किया है इसके जिम्मेदार यह दोनों है।