लॉकडाउन के चलते अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को अब सरकार की सहायता से अपने घरों तक श्रमिक स्पेशल ट्रेन और बसों से पहुंचाया जा रहा हैं। मजबूर मजदूर भूखें है और वे न तो कोरोना से डर रहें है, न ही पुलिस प्रशासन से। जब बात पेट की हो तो वे हर नियम तोड़कर अपना पेट भर रहें हैं। कुछ ऐसी ही घटना झांसी रेल्वे स्टेशन से सामने आई हैं। जहां प्रवासी मजदूर ट्रेन से निकलकर स्टेशन पर पड़े वेफर के पैकेट (आलू चिप्स आदि) पर टूट पड़े। कुछ पल के लिए स्टेशन पर भगदड़ मच गई और पुलिस के आते ही सब भाग गए। कोरोना महामारी के समय ऐसी घटना शर्मनाक हैं।