मजदूरों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। औरंगाबाद, मुजफ्फरनगर, गुना के बाद अब भागलपुर में मजदूर हादसे का शिकार हो गए हैं। यहां पर नवगछिया राष्ट्रीय राजमार्ग पर अंभो गांव के पास ट्रक और बस की टक्कर में 9 मजदूरों की मौत हो चुकी है। सभी मजदूर पूर्वी चंपारण के रहने वाले हैं, जो ट्रक में अपने गांव जा रहे थे। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मजदूर इस ट्रक में सवार थे। बस—ट्रक की टक्कर के बाद ट्रक गढ्डे में गिर कर पलट गया, जिससे ट्रक पर सवार ज्यादातर मजदूर ट्रक के नीचे दब गए। इस दौरान 9 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि अब तक मृतकों में किसी की पहचान नहीं हो पाई है। वहीं इस घटना में बस पर बैठे बांका जिला के 35 लोग घायल हो गए हैं। जिसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। चारों गंभीर घायलों को अनुमंडल अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद भागलपुर के जेएलएनएमसीएच मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं घायलों ने बताया कि वे लोग बेंगलुरु से दरभंगा श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आए थे। दरभंगा में वे लोग बस पर सवार हुए थे। घायलों के मुताबिक चालक सदस्यों ने नशा कर रखा था। वो बस को तेज रफ्तार में चला रहे थे। लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन नशे में चालक ने ध्यान नहीं दिया। इसी तेज रफ्तार की वजह से सामने से आ रहे ट्रक से बस टकरा गई। बस में उपर बैठे मजदूरों को गंभीर चोटें आई हैं। फिलहाल उनका इलाज जारी है।
वहीं बिहार सरकार ने इस घटना के बाद पुलिस को जांच के आदेश दिए हैं। बस में सवार लोगों से पूछताछ जारी है। बिहार की नीतिश कुमार सरकार ने इन मजदूरों के परिवारों को उचित सहायता देने का भरोसा दिलाया है। राज्य में यातायात पुलिस को सतर्क रहने के आदेश भी दिए जा चुके हैं, ताकि इन सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सके। वहीं रात में बस और ट्रक के संचालनों पर रोक को लेकर भी सरकारी स्तर पर विचार किया जा रहा है। प्रवासी मजदूरों के आने—जाने के बाद कई ट्रक और बस वाले सक्रिय हैं, जो मजदूरों से बड़ी रकम भी वसूल रहे हैं, साथ ही उनकी सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा।