गोंडा जिले का एक ऐसा गांव जहां नफरत के इस दौर में हिंदू मुस्लिम एकता का बेमिसाल नमूना बने इस गांव के लोग प्रवासी श्रमिकों के लिए मसीहा बन गए हैं । गत एक पखवाड़े से टेंट लगाकर गैर प्रांतों से अपने वतन लौट रहे श्रमिकों के लिए भोजन पानी से लेकर फल तक की व्यवस्था इस गांव के हिंदू मुस्लिम बिरादरी के लोग आपस में सहयोग कर भूखे प्यासे प्रवासी श्रमिकों को भोजन जलपान की व्यवस्था करा रहे हैं । जनपद मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैजापुर रेलवे स्टेशन के समीप हलधर मऊ गांव के लोग इधर से गुजरने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन जैसे यहां रूकती है सैकड़ों की संख्या में हाथों में पानी भोजन के पैकेट फल लेकर दौड़ पड़ते हैं । इन दोनों बिरादरी के लोगों का मानना है कि मेरे स्टेशन से गुजरने वाले हर प्रवासी श्रमिक को हम खाली पेट नहीं जाने देंगे । यही नहीं रेलवे स्टेशन के पास इन लोगों द्वारा जन सहयोग से बोरिंग करा कर पंपिंग सेट लगा रखा है । जैसे ही इस स्टेशन से कोई ट्रेन गुजरती है यह लोग पंपिंग सेट चालू कर हाथों में पानी की गिलास बोतलें लेकर ट्रेन की तरफ दौड़ पड़ते हैं । खास बात यह है कि हर जनसेवक लॉक डाउन के नियमों का पूरी तरह से पालन करते हुए श्रमिकों को भोजन पानी फल इत्यादि का वितरण करते हैं। गंगा जमुनी तहजीब के बेमिसाल नमूना बने इन लोगों के कार्य को देखकर हर कोई प्रशंसा करने के लिए विवश हो जाता है । इस बात की जानकारी जब कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह को हुई तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर हिंदू मुस्लिम के इस बेमिसाल एकता की वांनगी को परखते हुए प्रशंसा की ।