देशभर में चौथे लॉकडाउन के बाद एक जून से फिर से अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सारी सुविधाओं में छूट दे दी गई। इसी बीच कोरोना के मामलों में चिंताजनक बढ़ोतरी हुई है। लॉकडाउन को लेकर कई राज्यों ने खोलने की सलाह दी थी, लेकिन अब कोरोना के मामलों में दोगुनी बढ़ोतरी देखी जा रही है। मंगलवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2 लाख पार पहुंच गई है। सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र हो रहा है, जहां पर कोरोना मरीज बढ़ते जा रहे हैं। अकेले मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 42 हजार पार पहुंच चुकी है। देश में 2 लाख मरीजों में से 95526 मरीज डिस्चार्ज हो चुके है। वहीं 5598 लोगों की मौत हो चुकी है।
महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के 72 हजार से अधिक मामले हो गये हैं। बीते 24 घंटे में वहां पर 2287 नये केस सामने आये हैं। वहीं 103 लोगों की मौत हो गई। एक दिन में ढाई हजार से ज्यादा केस वहां हर दिन आने लगे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस सप्ताह के अंत तक महाराष्ट्र में कोरोना पॉजिटिव के मामले एक लाख तक पहुंच सकते हैं। यह स्थिति देश के लिए चिंताजनक हो सकती है।
दूसरी ओर देश में घरेलू उड़ानें शुरू हो चुकी हैं। 200 ट्रेनें विभिन्न राज्यों में चलाई जा रही हैं। श्रमिक स्पेशल ट्रेनें अलग से चलाई जा रही है। कई राज्यों में रोडवेज से परिवहन शुरू हो चुका है। हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने घरेलू उड़ानों के साथ ट्रेनों के शुरू करने पर आपत्ति जताई थी। महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि चिंताजनक आंकड़ों के बीच अचानक लॉकडाउन हटा देना, कोरोना की परेशानी बढ़ा सकता है।
वहीं दिल्ली लॉकडाउन खोलने के दौरान पड़ोसी राज्यों से सटी अपनी सीमाओं को सप्ताहभर के लिए सील कर चुका है। वहीं हरियाणा सरकार ने भी अपनी सीमाएं सील कर दी हैं। नोएडा प्रशासन ने दिल्ली से सटी सीमा इसलिए सील की कि कोरोना के 42 प्रतिशत मामले दिल्ली से जुड़े हैं। वहीं पंजाब की राज्य सरकार ने लॉकडाउन को 30 जून तक बढ़ाने का ऐलान किया है। वहीं बंगाल सरकार ने 15 जून तक लॉकडाउन जारी रखने का फैसला किया है। पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां कोरोनावायरस मरीजों की संख्या 6000 के पार हो चुकी है।