इंदौर में एक दुल्हे राजा घर से निकले तो थे बारात लेकर शादी करने लेकिन रास्ते में नगर निगम की टीम ने खुशियों से सजे अरमान पर स्पीड ब्रेकर लगा दिया। मामला सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने में बरती गई लापरवाही का है। दरअसल सोमवार से नगर निगम की कई टीमें मैदान में उतर गई और उन लोगों के खिलाफ स्पॉट फाइन की कार्यवाही की गई जो सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क पहनने में लापरवाही दिखा रहे थे। नगर निगम के इसी अभियान की चपेट में धर्मेंद्र निराले नामक दूल्हे राजा की बारात भी आ गई। दूल्हे राजा को बारात के लिए 12 लोगों की अनुमति तो मिली थी, लेकिन यह सभी 12 लोग एक ही वाहन में सवार होकर बारात के रूप में निकल पड़े थे। नगर निगम ने जब बारात को रोका, तब दूल्हे राजा को मास्क नहीं पहनने और सोशल डिस्टनसिंग का पालन नहीं करने पर 21 सौ रुपए का स्पॉट फाइन भरना पड़ा। यानी विवाह से पहले दूल्हे को नेग तो मिला नहीं बल्कि उससे पहले ही चालानी रसीद जरूर कट गई। 2100 रुपये का चालान कटवाने के बाद यह बारात अपने मुकाम की तरफ चल पड़ी लेकिन इस पूरी कार्रवाई ने यह संकेत जरूर दे दिए हैं कि खुशियों के माहौल के बीच भी सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना अब भूलना नहीं है।