शासन के निर्देश पर परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की जांच शुरू हो गई है। अभिलेखों में हेराफेरी कर नौकरी हथियाने वाले 47 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। विभाग ने इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर वेतन रिकवरी की तैयारी शुरू कर दी है। अनामिका शुक्ला के नाम पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों मैं कस्तूरबा बालिका विद्यालय में नौकरी पानी वाली शिक्षिकाओं के फर्जीवाड़ा का खुलासा होने के बाद शासन ने परिषदीय विद्यालयों सहित कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में 3 वर्ष के अंतराल में नौकरी पाने वाले शिक्षकों के अभिलेखों की जांच शुरू हो गई है। जनपद में अब तक पकड़ में आए 47 शिक्षकों को बर्खास्त कर इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्रकरण का खुलासा होने के बाद करोड़ों रुपए का वेतन डकार गुरुजी फरार हो गए हैं। पुलिस अब इन शिक्षकों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति ने बताया अभिलेखों में हेराफेरी पाए जाने के बाद 47 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है इनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है इनके वेतन रिकवरी के लिए वित्त एवं लेखा अधिकारी को पत्र भेजकर वेतन रिकवरी करने के आदेश दिए गए हैं। एक प्रश्न के जवाब में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अधिकांश शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों में जांच के दौरान हेराफेरी पाई गई है।